Hey Traders ! आज हम Hammer Candle Stick Pattern के बारे मे चर्चा करेंगे। हम जानेंगे कि हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है, इसे चार्ट पर कैसे पहचाना जा सकता है, और इसके साथ Trading कैसे किया जा सकता है। साथ ही हम, हैमर कैंडल को समझने और इसका उपयोग करने के तरीकों को भी सीखेंगे।
हैमर कैंडल क्या है? what is Hammer Candle
Hammer Candlestick एक Bullish Pattern है, जो शेयर बाजार मे लम्बी गिरावट के बाद दिखाई देता है। इसका नाम Hammer इसलिए है क्योंकि यह हथौड़ी (Hammer) की तरह दिखता है। इसे Pin bar candle भी कहा जाता है। हैमर कैंडल की मुख्य विशेषता है छोटी Body और एक लम्बी Wick है।
हैमर कैंडल कैसे पहचानें ? How to identify hammer candle on chart
Chart मे हैमर कैंडल को पहचानना बहुत ही आसान है। इसे पहचानने के लिए आपको यह जानना होगा की यह दिखता कैसा है ?
आपको चार्ट में हैमर दिखाई दे रहा है, जब भी कोई ऐसी candle बनती है, जिसकी विक उसकी बॉडी की तुलना में दुगुनी या उससे ज्यादा होती है या कहें कि इसकी Body की तुलना में Wick की लंबाई बड़ी हो तो वह कैंडल ,हैमर कैंडल कहलाती है।
इस पैटर्न में कैंडल के रंग का कोई महत्व नहीं होता, पर यह Bullish candle है तो हरे रंग की बॉडी होने से ज्यादा अच्छा माना जाता है। हैमर चार प्रकार से बनता है। इन चारों प्रकार को आप चित्र में देख सकते हैं। यह चारों एक ही काम करते हैं।
हैमर कैंडल क्यों है महत्वपूर्ण? why hammer candle is important in trading
हैमर कैंडल एक ऐसा पैटर्न है जो शेयर बाजार में होने वाले बदलाव को बताता है। यह ट्रेडर्स को बताता है कि बाजार का मूड बदलने वाला है और वे तेजी की शुरुआत की तैयारी कर सकते हैं।
यह कैंडल हमें यह बताता है कि अब बाजार में Buyers लैट आये है, और यहाँ से एक Bullish Trend देखने को मिल सकता है।
इसीलिए हैमर पेटर्न को ट्रेंड रिवर्सल पेटर्न बोला जाता है क्योंकि इसके बाद से अक्सर बाजार का Sentiment बदल जाता है। हैमर के बनने के बाद कितनी बाजार मे तेजी होगी इसके विषय में कुछ कहा नहीं जा सकता, पर ज्यादातर यह अच्छा परिणाम देता है। कनफर्मेशन मिलने के बाद ट्रेड करने से फायदा होने की सम्भावना ज्यादा होती है।
हैमर कैंडल से मार्केट की साइकोलॉजी समझना- Understanding psychology behind Hammer candle
अब आइए हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न की मदद से बाजार की साइकॉलजी समझने की कोशिश करते हैं और यह जानते हैं कि Bull और Bears का प्रभाव कैसे पड़ता है।
हैमर कैंडलस्टिक पैटर्न से पहले, बाजार लगातार गिर रहा होता है, और सबको यही लगता है कि बाजार पूरी तरह से बेयर्स के कब्जे में है। किसी भी हैमर पैटर्न के दिन, बाजार खुलते ही बेयर्स शुरुआती दबाव बनाए रखते हैं, और स्टॉक लगातार गिरता ही चला जाता है, कुछ समय बाद बिकवाली होते-होते हैं वह दिन के लो पर पहुंच जाती हैं, फिर एक Level पर अचानक से उसमें खरीदार Bulls लौटने लगते हैं।
अब जो लोग सोच रहे थे कि बाजार गिरता रहेगा, उन्हें लगता है कि ऐसा नहीं होगा और वे खरीदारी करने लगते है। जो भी शॉर्ट सेलर होते हैं वह शार्ट कवरिंग शुरू कर देते जिससे कि इस स्टॉक में और भी ज्यादा तेजी आनी चालू हो जाती है।
हैमर कैंडल में ट्रेंडिंग कैसे करें? Trading Strategies with the Hammer Candlestick
Entry- मान लीजिए की चार्ट में कल हैमर बना था और आज market gap-up open हुई हैं या कहें कि हैमर के क्लोज के ऊपर open हुई हैं, तो यह हमारे लिए एक Signal है, और जब price , hammer candle के High के ऊपर Closing देता है तो यह कनफर्मेशन है कि हमें अब Position बनानी चाहिए ।
Stop Loss- स्टॉप-लॉस को हैमर कैंडल के Low के थोड़ा सा नीचे रखें। यदि Price उससे, नीचे जाता है, तो यह एक संकेत है कि बाजार आपकी आशा के अनुरूप चल रहा हैं, और जब एक कैंडल, हैमर के Low के नीचे Close होती है तब Trade से बाहर निकल जाना चाहिए हैं।
Conclusion
यदि आप सही तरीके से इस पैटर्न को समझ लेते है तो , हैमर कैंडलस्टिक आपकी ट्रेडिंग जर्नी में एक शक्तिशाली सहायक हो सकता है, लेकिन यह कोई सुपरहीरो नहीं है। सिर्फ हैमर पर भरोसा करके Trade करना समझदारी नही होगी, इसके साथ आपको दुसरे indicators का प्रयोग करना चाहिए, हैमर Intraday Chart, Daily chart और Weekly, Monthly chart में भी बन सकता है। इन चार्ट में हैमर का बहुत महत्व है। बस ध्यान देने वाली बात यह है कि हैमर के हाई के उपर खरीदी कीजिए और हैमर के लो का स्टॉपलॉस लगा दीजिए।।
No comments
Note: Only a member of this blog may post a comment.