स्लीमनाबाद- बहोरीबंद विकासखण्ड का प्रसिद्ध रुपनाथ धाम रविवार को संत समागम का साक्षी बना। संत समागम से रुपनाथ धाम सरोबोर हुआ।जहाँ दूसरे राज्यो से संत जन पहुँचे।
रुपनाथ धाम स्थित संत शिरोमणि रविदास जी महाराज मंदिर मे विशाल कार्यक्रम आयोजित किया गया। संत रविदास समाज सेवा समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न राज्यो के साधु संतों ने रुपनाथ में शिरकत कर लोगो को एक अनूठा संदेश दिया है।
आदिधाम मिशन के प्रदेश अध्यक्ष ब्रम्हचारी 108 संत कमलदास जी महाराज ने अपने उद्बोधन में कहा कि आचरण और प्रतिभा के बल से प्रत्येक व्यक्ति एक अच्छा समाज सेवक बनकर लोगो को एक नई दिशा देने में कामयाब हो सकता है।उसके पास धैर्य व लगन अवश्य होना चाहिए।उन्होंने संत रविदास जी का उदाहरण देकर लोगो को यह भी बताया कि भगवान् ने इन्सान को बनाया है, न की इन्सान ने भगवान् को इसका मतलब है, हर इन्सान भगवान द्वारा बनाया गया है और सबको धरती में समान अधिकार है।संत रविदास जी सार्वभौमिक भाईचारे और सहिष्णुता के बारे में लोगों को विभिन्न शिक्षायें दिया करते थे।इसी प्रकार अखिल भारतीय रविदसिया धर्म संगठन के प्रदेश धर्माचार्य रामदयाल शास्त्री जी ने अपने प्रवचनों में बोला कि रविदास जयंती मनाने का उद्देश्य यही है, कि गुरु रविदास जी की शिक्षा को याद किया जा सके, उनके द्वारा दी गई भाईचारे,शांति की सीख को दुनिया वाले एक बार फिर अपना सकें।लोगो को पाखंड व आडंबरों से निकलकर एक सभ्य समाज की स्थापना करने जोर दिया है।
इस दौरान संत श्री दामोदरदास जी महाराज,संत श्री नर्मदा प्रकाश,संत श्री पुन्नी दास,संत रविदास समाज सेवा समिति के अध्यक्ष अयोध्या प्रसाद,अजाक्स जिला अध्यक्ष सोहन लाल चौधरी,टीआई हरिलाल चौधरी,तहसीलदार भगवान दास चौधरी,टीसी रामकुमार दीवान,शिक्षक अर्जुन प्रसाद रैदास, बैसाखू रैदास,सचिव प्रमोद चौधरी,शिक्षक अमृत लाल चौधरी,गिरानी लाल,अजाक्स प्रवक्ता कैलाश चौधरी,शिक्षक सुगराम रैदास,संतोष रैदास,शेखलाल,चंद्रभान बौद्ध ,मोजी लाल, सहित हजारों की संख्या में क्षेत्रीय लोग मौजूद रहे है।
No comments
Note: Only a member of this blog may post a comment.